सीवान।
मंगलवार को सीवान पहुंचे राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा और शम्भू शरण पटेल ने न्यू परिषदन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में केंद्र और बिहार की राजनीति से जुड़े कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और प्रशांत किशोर की जनस्वराज यात्रा को जमीन से कटे अभियान की संज्ञा दी।
राकेश सिन्हा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह एक बार फिर आस्था के प्रतीकों पर चोट कर रही है। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर कोई साधारण राजनीतिक घटनाक्रम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और बहुसंख्यक समाज की चेतना पर हमला है। कांग्रेस का इतिहास धर्म और परंपराओं से टकराव का रहा है। लेकिन अब भारत बदल चुका है। यह देश अब अपनी आस्था के साथ खड़ा है और किसी भी राजनीतिक दल को इसका अपमान करने की अनुमति नहीं देगा।”
सिन्हा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी न केवल एक राजनीतिक संगठन है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान की रक्षक भी है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले चुनावों में जनता अपने वोट से यह स्पष्ट कर देगी कि उसे तुष्टिकरण नहीं, बल्कि अपनी आस्था और संस्कृति की रक्षा करने वाले नेतृत्व की आवश्यकता है।
“बिहार की राजनीति सिर्फ नारों से नहीं चलती” – शम्भू शरण पटेल
प्रेस वार्ता में मौजूद राज्यसभा सांसद शम्भू शरण पटेल ने जनस्वराज अभियान के जरिए सुर्खियों में आए प्रशांत किशोर को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “प्रशांत किशोर को राजनीति की समझ सोशल मीडिया तक सीमित है। बिहार की राजनीति पोस्टर, स्लोगन और रथयात्रा से नहीं चलती, इसके लिए जमीन पर मेहनत, सामाजिक समझ और जनता के साथ भरोसेमंद रिश्ता चाहिए।”
पटेल ने आगे कहा कि जिन लोगों ने कभी सत्ता के गलियारों में रणनीति बनाई, वे अब जनता को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता केवल चेहरे नहीं, कर्म और नीयत को देखती है।
भाजपा नेताओं ने किया जोरदार स्वागत
सांसदों की इस यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के जिला संगठन ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। प्रेस वार्ता में भाजपा के कई प्रमुख जिला पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें जिलाध्यक्ष राहुल तिवारी, जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार रोज उर्फ बड़का बाबा और श्रीमती सुशीला देवी, महामंत्री सत्यम सिंह सोनू और श्रीमती अनुराधा गुप्ता, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह पटेल, मीडिया प्रभारी आदित्य कुमार पाठक, प्रवक्ता राकेश पाण्डेय, तथा अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता शामिल रहे।
इन सभी ने सांसदों को जिले की राजनीतिक स्थिति, संगठनात्मक तैयारियों और जमीनी मुद्दों की जानकारी दी।
सामाजिक कार्यक्रमों में भी हुई भागीदारी
प्रेस वार्ता से पूर्व दोनों सांसदों ने सीवान में आयोजित कुछ सामाजिक कार्यक्रमों में भी भाग लिया, जहां उन्होंने स्थानीय नागरिकों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। सांसदों ने भरोसा दिलाया कि भाजपा शासन में न केवल विकास होगा, बल्कि जनता की भावनाओं और सांस्कृतिक मूल्यों का भी सम्मान किया जाएगा।
सीवान की राजनीति में आई नई ऊर्जा
राज्यसभा सांसदों की इस यात्रा को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है। भाजपा कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार हुआ है और आम लोगों के बीच पार्टी की विचारधारा को लेकर संवाद की शुरुआत देखी गई।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह दौरा न केवल संगठनात्मक मजबूती का संकेत है, बल्कि आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा की रणनीति का हिस्सा भी है, जिसमें विपक्ष को वैचारिक स्तर पर चुनौती देना प्रमुख उद्देश्य है।