सीवान – झारखंड के एक पंजीकृत दंपत्ति को सीवान की विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में आवासित एक दिव्यांग बालिका को दो माह के लिए पालन-पोषण हेतु सौंपा गया है। यह प्रक्रिया ‘केयरिंग्स पोर्टल’ पर पंजीकरण और सभी आवश्यक दस्तावेजों के विधिवत सत्यापन के बाद पूरी की गई।
दो माह के लिए प्री-अडॉप्शन फोस्टर केयर में दी गई बच्ची
यह कदम दत्तक ग्रहण विनियम 2022 के प्रावधानों के तहत उठाया गया है, जिसमें किसी भी बच्चे को दत्तक देने से पूर्व दो माह की परीक्षण अवधि (pre-adoption foster care) में रखा जाता है। इस दौरान बच्चे के साथ दंपत्ति के व्यवहार, देखरेख और पालन-पोषण की स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा।
अंतिम दत्तक प्रक्रिया जिला पदाधिकारी करेंगे पूरी
इस दो माह की अवधि के पूर्ण होने के बाद, सीवान के जिला पदाधिकारी द्वारा दत्तक प्रक्रिया का अंतिम निष्पादन (Final Adoption Order) किया जाएगा। तब जाकर यह बच्ची कानूनी रूप से संबंधित दंपत्ति की दत्तक संतान मानी जाएगी।
प्रक्रिया में कई अधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर राजकुमार सिंह (सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई), सुधीर कुमार गोंड (बाल संरक्षण पदाधिकारी), असरार अहमद, श्रीमती प्रिया कुमारी (सदस्य, बाल कल्याण समिति) और सुश्री वंदना प्रिया (प्रभारी समन्वयक, विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान) सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने प्रक्रिया को पारदर्शी और संवेदनशील ढंग से पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सकारात्मक पहल, संवेदनशील कदम
यह दत्तक प्रक्रिया न केवल एक दिव्यांग बालिका को नया परिवार और बेहतर भविष्य देने की दिशा में एक संवेदनशील और मानवीय प्रयास है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक संदेश भी देता है कि दिव्यांग बच्चे भी स्नेह, सुरक्षा और समान अवसरों के हकदार हैं।