डॉ. आंबेडकर सेवा अभियान के तहत लोगों को मौके पर ही मिला योजनाओं का फायदा
सीवान – जिले के 19 प्रखंडों की 95 पंचायतों के 119 महादलित टोलों में बुधवार को कुछ अलग ही माहौल था। कहीं राशन कार्ड बन रहा था, तो कहीं गैस कनेक्शन के फॉर्म भरे जा रहे थे। ये सब हो रहा था डॉ. आंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत लगे विशेष विकास शिविरों में। इन शिविरों में 7246 महादलित परिवारों को सीधे सरकारी योजनाओं का लाभ मिला।
मुख्यमंत्री ने दी थी शुरुआत, अब हर हफ्ते लगेंगे ऐसे कैंप
इस अभियान की शुरुआत 14 अप्रैल 2025 को सीएम नीतीश कुमार ने बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती के मौके पर की थी। योजना के तहत अब हर बुधवार और शनिवार को महादलित टोलों में शिविर लगाकर जरूरतमंदों को योजनाओं से जोड़ा जा रहा है।
पहले लिए गए थे आवेदन, कैंप में तुरंत मिला लाभ
इन शिविरों में आने वाले लोगों के आवेदन पहले ही प्री-कैंप में लिए गए थे, ताकि कैंप के दिन किसी को इंतजार न करना पड़े। यही वजह रही कि बुधवार को शिविर में पहुंचे सैकड़ों लोगों को मौके पर ही उनकी जरूरत की योजनाओं का फायदा मिल गया।
प्रशासन ने रखी पूरी निगरानी, अधिकारी रहे मौजूद
शिविर में काम की रफ्तार और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर एक केंद्र पर वरिष्ठ पदाधिकारी तैनात थे। जिला प्रशासन ने शिविर की मॉनिटरिंग खुद की, ताकि कोई भी जरूरतमंद पीछे न रह जाए।
किन योजनाओं का मिला लाभ – देखिए पूरी लिस्ट
शिविर में एक-दो नहीं, बल्कि 25 से ज्यादा योजनाओं का लाभ लोगों को दिया गया। कुछ प्रमुख योजनाएं थीं:
- राशन कार्ड बनवाना
- ई-श्रम कार्ड और निर्माण श्रमिक पंजीकरण
- उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन
- आयुष्मान भारत और स्वास्थ्य कार्ड
- बच्चों का स्कूल में नामांकन
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- आंगनबाड़ी सेवाएं
- वास भूमि या बासगीत पर्चा
- जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड बनवाना
- कुशल युवा कार्यक्रम और स्किल ट्रेनिंग
- नल-जल और गली-नाली योजना
- मनरेगा जॉब कार्ड
- जन-धन और बीमा योजनाएं
- जीविका समूह और टोला संपर्क योजना
- शौचालय निर्माण
युवाओं को मिली रोजगार योजनाओं की जानकारी
शिविरों में युवाओं के लिए भी खास इंतजाम थे। उन्हें बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, और कुशल युवा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई, ताकि वे आगे बढ़ सकें।
सिर्फ लाभ नहीं, विकास की भागीदारी भी है मकसद
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि इस अभियान का मकसद सिर्फ सरकारी योजनाएं बांटना नहीं है, बल्कि गांव के हर व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना भी है। यह अभियान सरकार और जनता के बीच एक मजबूत कड़ी बन रहा है।