पुलिस ने मृतक के भाई और मौसेरे भाई को किया गिरफ्तार, बाइक लूट में शामिल थे दोनों
गोपालगंज।
हथुआ में दिनदहाड़े हुए छात्र आशु आलम की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में मृतक का सगा भाई मेराज अली और मौसेरा भाई मेराज आलम गिरफ्तार कर लिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, आशु की हत्या गलती से हो गई, लेकिन पूरी घटना चौंकाने वाली है।
बाइक लूट के बाद रास्ते में हुई अनजाने में हत्या
पुलिस ने बताया कि मेराज अली, उसका मौसेरा भाई मेराज आलम और एक अज्ञात शूटर तीनों ने मिलकर फुलवरिया इलाके से एक बाइक लूटी थी।
लूट के बाद मेराज आलम बाइक लेकर अलग रास्ते से भाग गया, जबकि मेराज अली और शूटर दूसरी बाइक से हथुआ के रास्ते अपने गांव लौट रहे थे।
इसी दौरान मेराज अली ने अपने छोटे भाई आशु आलम को फोन किया और रास्ते में बुला लिया। आशु कोचिंग पढ़कर निकला ही था और फोन पाकर रास्ते पर खड़ा हो गया। जैसे ही उसने बाइक आते देख रोके का इशारा किया, शूटर को लगा कोई उन्हें घेर रहा है।
बिना कुछ सोचे समझे शूटर ने पिस्टल निकालकर आशु के सीने में गोली मार दी। बाद में जब उसे पता चला कि यह उसके साथी का भाई था, तो वह भी घबरा गया।
मौत के बाद अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका
आशु को गोली लगते ही लोग मौके पर पहुंचे और घायल अवस्था में हथुआ अनुमंडलीय अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने दोनों भाइयों को पकड़ा, शूटर की तलाश जारी
पुलिस ने मेराज अली और मेराज आलम को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अज्ञात शूटर की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
क्या था मामला
मृतक छात्र आशु आलम मीरगंज थाना क्षेत्र के कालोपट्टी गांव निवासी मुमताज आलम का 17 वर्षीय बेटा था। वह हर दिन की तरह हथुआ के यूनिक ब्रेन कोचिंग में पढ़ाई करने गया था। लेकिन एक फोन कॉल ने उसकी जिंदगी छीन ली।