पौधारोपण से लेकर अपील तक, जागरूकता फैलाने की अनोखी पहल
सिवान – विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर सिवान जिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस बार की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें” (Beat Plastic Pollution) रही, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में स्कूलों, अस्पतालों और पंचायत स्तर पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
प्लास्टिक प्रदूषण बन गया है गंभीर खतरा
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि हर साल लगभग 11 मिलियन टन प्लास्टिक कचरा जल स्रोतों में पहुंच जाता है, जो न केवल समुद्री जीवन बल्कि मानव स्वास्थ्य और जैव विविधता के लिए भी खतरनाक है। उन्होंने लोगों से प्लास्टिक के कम उपयोग, पुन: उपयोग और रिसायक्लिंग को बढ़ावा देने की अपील की।
प्रकृति की रक्षा के बिना स्वस्थ जीवन संभव नहीं
सहूली की सीएचओ प्रीति कुमारी ने कहा कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाकर हम खुद अपने भविष्य को संकट में डाल रहे हैं। प्लास्टिक और पेड़ों की कटाई के कारण ही बीमारियां और प्राकृतिक आपदाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
जरूरत पर ही करें प्लास्टिक का इस्तेमाल
गायघाट के सीएचओ अमरजीत हरिजन ने नीम का पौधा लगाकर संदेश दिया कि प्लास्टिक का उपयोग तब ही करें जब बहुत जरूरी हो। उन्होंने कहा कि उपयोग के बाद उसे फेंकने की बजाय पुनर्चक्रण की प्रक्रिया अपनानी चाहिए। जलवायु परिवर्तन की वजह से खांसी, बुखार और सांस संबंधी रोग लगातार बढ़ रहे हैं।
बोतलों को बनाएं उपयोगी सामान
रोगी हितधारक मंच (PSP) के सदस्यों ने लोगों से अपील की कि बेकार प्लास्टिक बोतलों को फेंकने की बजाय हैंगिंग प्लांट्स, पानी के डिब्बे या बगीचे की सजावट के सामान के रूप में उपयोग करें। इससे न सिर्फ पर्यावरण बचेगा, बल्कि रचनात्मकता को भी बढ़ावा मिलेगा।
कई लोगों ने लिया भाग
इस आयोजन में बीसी सोनू कुमार, एएनएम आशा कुमारी, आशा कार्यकर्ता नीतू देवी, रजनी कुमारी, पूजा देवी, उषा देवी, अशोक सिंह, चंदन सोनी, बेचू खरवार और ज़ाकिर हुसैन सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम को मजबूती दी।