पटना हाई कोर्ट को मिला नया मुख्य न्यायाधीश: न्यायमूर्ति विपुल पंचोली, जिनका न्यायिक रिकॉर्ड बना है मिसाल
पटना हाई कोर्ट को एक नए यशस्वी और कर्मठ मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति विपुल मनुभाई पंचोली का नेतृत्व प्राप्त हुआ है। भारत के सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम द्वारा उनकी नियुक्ति की सिफारिश के बाद उन्हें आधिकारिक रूप से पटना हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जाएगा । यह बिहार की न्यायिक व्यवस्था के लिए एक नया अध्याय है।
न्यायमूर्ति विपुल पंचोली: शिक्षा से लेकर न्याय तक का सफर
न्यायमूर्ति पंचोली का जन्म 28 मई 1968 को गुजरात के अहमदाबाद शहर में हुआ। उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद से इलेक्ट्रॉनिक्स विषय में बीएससी की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने सर एल.ए. शाह लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की और वाणिज्यिक कानून में एलएलएम की डिग्री हासिल की।
वकील से न्यायाधीश तक: ‘वकील कोटा’ से हुए चयनित
1991 में उन्होंने गुजरात बार काउंसिल में बतौर अधिवक्ता नामांकन कराया और अगले दो दशकों तक विविध क्षेत्रों में प्रैक्टिस की। इनमें मुख्यतः आपराधिक, सिविल, सेवा, पारिवारिक एवं बैंकिंग कानून शामिल रहे। 1 अक्टूबर 2014 को उन्हें गुजरात हाई कोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 10 जून 2016 को वह स्थायी न्यायाधीश बने। उनका यह चयन ‘वकील कोटा’ से हुआ था, यानी वे न्यायिक सेवा के नहीं, बल्कि एक स्वतंत्र अधिवक्ता के रूप में न्यायाधीश बने — जो संविधान के अनुच्छेद 217 के तहत एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है।
गुजरात में 35,000 मामलों का एक साथ निपटारा: एक ऐतिहासिक न्यायिक रिकॉर्ड
न्यायमूर्ति पंचोली के न्यायिक कौशल का सबसे अद्भुत उदाहरण गुजरात हाई कोर्ट में तब देखने को मिला जब उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लगभग 35,000 मामलों का रिकॉर्ड समय में निपटारा किया। यह कार्य उन्होंने सुनियोजित बेंच प्रणाली, केस मैनेजमेंट और तकनीकी नवाचारों की मदद से किया। उन्होंने उन मामलों को प्राथमिकता दी जो वर्षों से लंबित थे, विशेषतः सेवा और पारिवारिक विवादों से जुड़े मामले।
इस अद्वितीय उपलब्धि को संभव बनाने के लिए उन्होंने डिजिटल केस फाइलिंग, सुनवाई की त्वरित तिथि निर्धारण और मामलों की समूहबद्ध सुनवाई जैसे उपायों को अपनाया। इस पहल ने गुजरात हाई कोर्ट में न्याय वितरण प्रणाली की गति और पारदर्शिता को नए स्तर पर पहुँचाया।
पटना हाई कोर्ट में नया युग
2023 में उन्हें पटना हाई कोर्ट स्थानांतरित किया गया और वहाँ भी उन्होंने न्यायिक कार्य में नई ऊर्जा का संचार किया। उनकी सटीक व्याख्या, तकनीकी समझ और जनसामान्य के लिए सुलभ न्याय की नीति ने उन्हें एक लोकप्रिय न्यायाधीश के रूप में स्थापित किया।
न्याय की नई परिभाषा
न्यायमूर्ति विपुल पंचोली की नियुक्ति से यह स्पष्ट है कि भारतीय न्यायपालिका न केवल अनुभवी बल्कि दूरदर्शी नेतृत्व की ओर अग्रसर है। उनकी न्यायिक दृष्टि और तेज़ निर्णय क्षमता बिहार के लाखों नागरिकों के लिए समयबद्ध न्याय सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगी।