अक्ष फाउंडेशन ने किया कैलगढ़ के मेधावी छात्रों का सम्मान, डिजिटल शिक्षा को मिली नई उड़ान

श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में आयोजित समारोह में 11 टॉपर्स को मिला सम्मान, ₹15,000 मूल्य का स्टडी पास भी किया गया प्रदान

ग्रामीण प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में अक्ष फाउंडेशन ने एक प्रेरणादायक पहल करते हुए श्रीकृष्ण उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज, कैलगढ़ के टॉप 11 छात्रों को सम्मानित किया। बुधवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित एक भव्य समारोह में इन विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र, टी-शर्ट और सम्मान चिन्ह प्रदान किए गए।

इस अवसर पर अक्ष फाउंडेशन की ओर से छात्रों को “लर्निंग अक्ष” ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफॉर्म के ₹15,000 मूल्य के नि:शुल्क स्टडी पास भी वितरित किए गए। यह प्रयास ग्रामीण छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

समारोह में जुटे विशिष्ट अतिथि

समारोह में अक्ष फाउंडेशन के निदेशक निरंजन तिवारी, विद्यालय की प्रधानाध्यापिका लीलावती कुमारी, सीबीआई अधिकारी अभिषेक प्रकाश, शिक्षकगण विपिन मिश्रा, प्रेम कुमार शर्मा, सत्येंद्र तिवारी, दीपक आनंद, राजेश पंडित, भूपेंद्र प्रसाद समेत बड़ी संख्या में अभिभावकगण मौजूद रहे।

सम्मानित छात्र-छात्राएं

समारोह में खुशी कुमारी, आर्यन कुमार, गोल्डी कुमारी, अंकित, युवराज सहित कुल 11 मेधावी छात्रों को मंच पर सम्मानित किया गया।

सीबीआई अधिकारी ने छात्रों को किया प्रेरित

विद्यालय के पूर्व छात्र एवं वर्तमान में सीबीआई अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा,
“डिजिटल शिक्षा आने वाले युग की रीढ़ है। ग्रामीण छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। अक्ष फाउंडेशन इस दिशा में बेहद सराहनीय कार्य कर रहा है।”

छात्रों को मिली ऊर्जा और दिशा

निदेशक निरंजन तिवारी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा,
“यह सम्मान आपकी मेहनत और लगन का प्रतिफल है। अक्ष फाउंडेशन भविष्य में भी छात्रों की प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।”

समापन रहा आध्यात्मिक और प्रेरणादायक

समारोह का समापन शिक्षक सत्येंद्र मिश्रा द्वारा प्रस्तुत एक प्रेरक संस्कृत श्लोक के साथ हुआ, जिसने कार्यक्रम को एक आध्यात्मिक ऊँचाई दी। समारोह के अंत में उपस्थित छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने अक्ष फाउंडेशन की इस पहल को “छात्रों के भविष्य के लिए संजीवनी बूटी” की संज्ञा दी और इसके लिए गहरा आभार जताया।

यह आयोजन न केवल मेधावी छात्रों के लिए सम्मान का अवसर था, बल्कि ग्रामीण शिक्षा के डिजिटलीकरण की दिशा में एक प्रेरणास्पद कदम भी साबित हुआ।

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