बिहार में मौसम का मिजाज इन दिनों कुछ ज़्यादा ही बदला-बदला सा लग रहा है। एक तरफ अप्रैल की बारिश ने पिछले 79 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया, तो दूसरी ओर मई की शुरुआत ने लोगों को तेज़ धूप और गर्म हवाओं के थपेड़े देना शुरू कर दिया है। राज्य के मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के निदेशक आशीष कुमार के मुताबिक, राज्य के पश्चिमी हिस्सों में अगले दो से तीन दिन तक हीट वेव का प्रकोप जारी रहेगा, जबकि पूर्वी इलाकों में पछुआ हवा की जगह अब पुरवैया बहने लगेगी।
बारिश की विदाई और हीट वेव की आगमन
राज्य में एक मई को बारिश के बाद शुक्रवार को फिर से तेज़ धूप और झुलसाने वाली गर्मी ने दस्तक दी। तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। गर्मी की यह चुभन सिर्फ़ तापमान की वजह से नहीं है, बल्कि उमस और हवा के रूख में आए बदलाव ने भी इसे असहनीय बना दिया है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी बिहार जैसे बक्सर, भोजपुर, और औरंगाबाद जैसे ज़िलों में हीट वेव को लेकर चेतावनी जारी की है। अगले दो से तीन दिन तक यहां गर्म लू चलेगी, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। वहीं, पूर्वी और उत्तरी इलाकों में गर्मी तो ज़रूर है, लेकिन यहां पुरवैया बहने से थोड़ी राहत मिलने की संभावना जताई गई है।
अप्रैल मे हुई रिकार्ड तोड़ बारिश
इस साल अप्रैल में जो बारिश हुई, उसने मौसम वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया। 11 अप्रैल को पटना में 42.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो अपने आप में एक बड़ा आंकड़ा है। पूरे राज्य में औसत 116.2 मिमी बारिश हुई, जो कि सामान्य से 170% ज़्यादा है। यही नहीं, पिछले 79 सालों में अप्रैल में इतनी बारिश कभी नहीं हुई थी।
यह बारिश सिर्फ़ आंकड़ों तक ही सीमित नहीं रही, इसका असर खेत-खलिहानों तक महसूस हुआ। नदियों का जलस्तर बढ़ा, खेतों में नमी बनी रही और कुछ जगहों पर तो फसलें खराब भी हो गईं। लेकिन इससे एक फायदा यह भी हुआ कि गर्मी की शुरुआत कुछ दिन देरी से हुई और वातावरण में नमी बनी रही।
मई में क्या है आगे?
मौसम विभाग के अनुसार, मई के पहले हफ्ते में हीट वेव के साथ-साथ आंधी और बारिश की भी संभावना है। 6 मई के आसपास एक बार फिर से राज्य में आंधी और गरज के साथ बारिश हो सकती है। यानी गर्मी से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं, लेकिन इसके साथ बिजली गिरने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं, जिससे सतर्कता जरूरी होगी।
शहरों की बारिश: आंकड़ों की जुबानी
अगर आंकड़ों की बात करें, तो पटना में अप्रैल 2025 में 60.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले चार वर्षों में सबसे ज़्यादा है। गया में 26.5 मिमी, भागलपुर में 76.1 मिमी और पूर्णिया में 60.9 मिमी बारिश दर्ज हुई। वहीं, वाल्मीकिनगर और किशनगंज जैसे ज़िलों में भी बारिश ने अच्छी दस्तक दी। इससे यह साफ़ है कि अप्रैल 2025 बिहार के लिए बारिश के लिहाज से एक ऐतिहासिक महीना रहा।
क्या करें इस मौसम में?
हीट वेव और असमय बारिश के इस दौर में आम लोगों के साथ-साथ किसानों को भी सतर्क रहने की जरूरत है।
धूप से बचाव करें: दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें। यदि जरूरी हो, तो टोपी, गमछा या छाता लेकर निकलें।
पानी की कमी न होने दें: शरीर में पानी की कमी से हीट स्ट्रोक हो सकता है। खूब पानी पिएं और ओआरएस का इस्तेमाल करें।
फसलों की सुरक्षा करें: किसान भाई अपने खेतों में फसलों को तेज़ हवा और बारिश से बचाने के उपाय करें। जिन इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना हो, वहां पहले से इंतज़ाम करें।
बिजली उपकरणों का ध्यान रखें: आंधी-तूफान की आशंका को देखते हुए बिजली के उपकरणों को सुरक्षित रखें।
बिहार का मौसम इस बार हर किसी को चौंका रहा है—अप्रैल की रिकॉर्ड तोड़ बारिश से लेकर मई की झुलसाने वाली हीट वेव तक। इस समय ज़रूरत है मौसम को समझने की, खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने की। मौसम चाहे जैसा भी हो, सावधानी और तैयारी ही हमें सुकून दे सकती है।
अगर आप भी इस मौसम में कोई खास अनुभव कर रहे हैं, तो कमेंट में ज़रूर बताएं। आपका अनुभव किसी और की मदद बन सकता है।
Source:- Dainik Bhaskar