साफ-सफाई, व्यायाम और जागरूकता पर दिया गया जोर
सीवान।
फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान के तहत सिवान जिले के नौतन और दरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रुग्णता प्रबंधन और विकलांगता निवारण (एमएमडीपी) किट का वितरण किया गया। इस दौरान कुल 17 मरीजों को यह किट दी गई, जिसमें 11 मरीज नौतन और 6 मरीज दरौली से थे।
मरीजों को मिली जरूरी देखभाल की जानकारी
कार्यक्रम के दौरान सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि फाइलेरिया से प्रभावित मरीजों के लिए प्रभावित अंगों की नियमित सफाई और हल्का व्यायाम अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस किट में टब, बाल्टी, मग, तौलिया, साबुन और एंटी फंगल क्रीम जैसी जरूरी सामग्री शामिल है, जिसका नियमित उपयोग बीमारी के लक्षणों को कम करता है।
पिरामल स्वास्थ्य संस्था ने दी डेमो के साथ जानकारी
पिरामल स्वास्थ्य के पीओसीडी अमितेश कुमार ने मरीजों को एमएमडीपी किट के प्रयोग की पूरी प्रक्रिया डेमो के माध्यम से समझाई। उन्होंने बताया कि
- कैसे हल्के हाथों से घुटने से तलवे तक सफाई करनी चाहिए
- किस प्रकार तौलिया से सुखाकर एंटी फंगल क्रीम लगाना चाहिए
- और क्यों रात में सोते समय पैर को ऊँचाई पर रखकर सोना फायदेमंद है।
व्यायाम और ऊँचाई पर पैर रखने की सलाह
मरीजों को सलाह दी गई कि वे रोजाना हल्के व्यायाम करें, ताकि प्रभावित अंगों में सही रक्त संचार बना रहे। साथ ही, सूजन को कम करने के लिए सोते समय तकिये या गद्दे से पैर को ऊंचा रखने की भी सिफारिश की गई।
इनकी रही उपस्थिति
नौतन में कार्यक्रम के दौरान बीसीएम राजीव कुमार, बीएचआई आदर्श श्रीवास्तव, प्रभात कुमार पांडेय, आशा कार्यकर्ता व फेसिलिटेटर सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
दरौली में वीडीसीओ कुंदन कुमार, बीएचएम अमित कुमार, बीसीएम शशि कुमार और पिरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रमुख राजेश कुमार तिवारी सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।